लखनऊ :- प्लास्टिक से होने वाले पर्यावरण खतरे को देखते हुए महाराष्ट्र समेत देश के 18 राज्य इसपर बैन लगा चुका है। अब इस सूची में उत्तर प्रदेश का नाम भी शामिल होने जा रहा है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद शासन ने 15 जुलाई से प्रदेश में प्लास्टिक बैन करने की तैयारी शुरू कर दी है। सरकार फिलहाल 50 माईक्रॉन से पतली प्लास्टिक पर रोक लगाने जा रही है। खास बात यह है कि 2015 से लेकर यह तीसरा मौका है जब यूपी में प्लास्टिक बैन की घोषणा की गई है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र ने कुछ दिन पहले ही राज्य में प्लास्टिक पर बैन लगाने की घोषणा की थी।
शुक्रवार को मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय और नगर विकास प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह ने पर्यावरण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर इसकी पूरी कार्ययोजना 10 जुलाई तक देने को कहा है। ब्लू प्रिंट तैयार होने के बाद मुख्यमंत्री के साथ बैठक कर फैसले को अंतिम रूप दिया जाएगा। मनोज कुमार ने बताया कि प्रतिबंध को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर योजना बनायी जा रही है। आदेश का सख्ती से पालन सख्ती से हो सके इसके लिए कड़े प्रावधान करने पर विचार किया जा रहा है। माना जा रहा है कि बैन के बाद दोषी पाये जाने वाले लोगों पर 50 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट करके लिखा है कि 15 जुलाई से प्लास्टिक के कप, ग्लास और पॉलिथीन का इस्तेमाल किसी भी स्तर पर न हो| इसमें आप सभी की सहभागिता जरूरी होगी| बता दें कि शहीद पथ स्थित स्थानीय निकाय निदेशालय के नए भवन के उद्घाटन समारोह में सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि सभी शहरी निकाय इसकी कार्ययोजना तैयार कर लें| पॉलिथिन पर प्रतिबंध तो सभी जगह होना चाहिए| फिलहाल इसकी शुरुआत शहरी निकायों से होगी|
हमने 15 जुलाई से पूरे प्रदेश में प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने का फैसला लिया है। मैं आह्वान करता हूं कि 15 जुलाई के बाद प्लास्टिक के कप, ग्लास और पॉलिथीन का इस्तेमाल किसी भी स्तर पर न हो। इसमें आप सभी की सहभागिता जरूरी होगी: #UPCM श्री #YogiAdityanath pic.twitter.com/z6JzEmk38C
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) July 6, 2018