बैंकॉक के लाओस में बांध टूटने से, सैकड़ो लापता और कई लोगो की मौत

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दक्षिण पूर्वी लाओस में पनबिजली परियोजना से संबंधित एक बांध के टूट जाने से छह गांव जलमग्न हो गए, इस घटना में सैकड़ों लोग लापता हो गए हैं और मृतकों की संख्या अभी पता नहीं चल सका है | गरीब और चारों तरफ जमीन से घिरे लाओस में नदियों का व्यापक नेटवर्क है, जहां कई बांध बनाए जा रहे हैं या इन्हें बनाने की योजना है, लाओस अपनी अधिकांश बिजली थाइलैंड जैसे पड़ोसी देशों को बेचता है |

 

 

दक्षिण पूर्व लाओ में हाईड्रोइलैक्ट्रिक बांध गिरने से सैकड़ों लोगों की मौत की खबर सामने आई है। जानकारी के अनुसार लाओस न्यूज एजेंसी ने कहा, यह दुर्घटना सोमवार को दक्षिण-पूर्व अटैपू प्रांत में हुई। बांध टूटने से हजारों टन पानी के कारण कई लोगों की मौत हो गई । इस संबंध पर सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी सामने आया है।

 

 

लाओस अपनी अधिकांश बिजली थाईलैंड जैसे पड़ोसी देशों को बेचता है, लाओस न्यूज एजेंसी ने बताया कि बांध ढहने की घटना गत सोमवार रात आठ बजे दक्षिण पूर्वी अत्तापु प्रांत के सनामक्से जिले में हुई, इससे पास के गांवों में अचानक से बाढ़ आ गई और वे जलमग्न हो गए, रिपोर्ट के अनुसार इस घटना में सैकड़ों लोगों के मरने की आशंका है और सैकड़ों लोग लापता हो गए हैं |

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लापता:
एजेंसी का कहना है, “इस दुर्घटना के कारण कई लोग फंस गए हैं और कई अब भी लापता हैं,” साल 2013 में शे पियान शे नामनॉय बांध को बनाने का काम शुरू हुआ था और ये अगले साल बन कर तैयार होने वाला था |
इस बांध को बनाने के लिए थाईलैंड की कंपनी राचाबुरी इलेक्ट्रिसिटी जेनरेटिंग होल्डिंग और दक्षिण कोरिया की कंपनी एसके इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन काम कर रही थीं |

 

 

रातचबुरी कंपनी के प्रवक्ता का कहना है बांध के परिचालकों ने उन्हें एक रिपोर्ट सौंपी है जिसके अनुसार 16 मीटर ऊंचा बांध टूट गया है | रिपोर्ट के अनुसार लगातार हो रही बारिश के कारण इस अस्थायी बांध में क्षमता से अधिक पानी आ गया था | एसके इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन के प्रवक्ता के अनुसार भारी वर्षा के कारण मूल बांध से पहले बनाए गए एक बांध का आधा हिस्सा टूट गया है | “हमें सही कारणों का अब तक पता नहीं है लेकिन हमारा मानना है कि बांध का ऊपरी हिस्सा टूट गया है और पानी निकल कर सप्लाई बांध में चला गया है |”

 

 

लाओस की सरकार ने बांध बनाने की महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है और मानती है कि वो आने वाले वक्त में ‘एशिया की बैटरी’ बन सकेगी, लाओस में मीकोंग नदी और उसकी सहायक नदियां बहती हैं और इसे पनबिजली परियोजना के लिए उत्तम माना जाता है | 2017 में देश में 46 पनबिजली परियोजना चालू थीं और 54 परियोजनाएं निर्माणाधीन थीं | लाओस की योजना के अनुसार साल 2020 तक और 54 बिजली ट्रांसमिशन लाइनें और 16 सबस्टेशन बनाए जाएँगे | लाओस जितनी पनबिजली का उत्पादन करता है उसका 30 फीसदी हिस्सा निर्यात करता है |

 

 

बांध के बनने से पहले पर्यावरण सुरक्षा से जुड़े समूह लाओस पनबिजली परियोजना के प्रभाव और निचले इलाकों में बसे लोगों के लिए इसके ख़तरे की आशंका सामने रखते रहे थे | सरकारी मीडिया के अनुसार लाओस के प्रधानमंत्री थोंगलून सिसोलिथ ने सरकारी बैठकों को फिलहाल रद्द कर दिया है और प्रभावित क्षेत्र में राहत कार्य की निगरानी कर रहे हैं | साथ ही लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए नाव भी चलाए जा रहे हैं | स्थानीय अधिकारियों ने सरकारी संस्थाओं और लोगों से अपील की है कि वो ऐसे वक्त में आपातकालीन मदद मुहैया कराने के लिए सामने आएं और प्रभावितों को खाना, कपड़े, पीने का पानी और दवाएँ दें |