बाराबंकी में जब पुलिस ही नहीं सुरक्षित, तो आम आदमी का डरना ज़रूरी है ..

रिपोर्ट :- देवेन्द्र पाण्डेय ( रीडर टाइम्स )

बाराबंकी नगर पुलिस निरंकुश है। सोते हुओं को जगाती है व जग रहे अपराधियों को पकड़ नहीं पाती है।

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बाराबंकी आदर्श कोतवाली नगर के कार्यक्षेत्र में बीचों-बीच शहर में भांग व्यवसायी आकाश जायसवाल को ताबड़तोड़ गोलियों से भून दिया गया। इस घटना को बीते अभी 15 दिन भी नहीं हुये हैं कि कल बुधवार डिप्टी जेलर संतोष वर्मा के ऊपर जेल परिसर में घुसकर अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई लेकिन संतोष वर्मा के दरवाजा बन्द कर लेने पर उनकी जान बच गयी।

अब यह बहुत विचार का विषय है कि जब जनता की सेवा करने वाली पुलिस ही नहीं सुरक्षित है , और तो और जेल के अन्दर घुसकर जब अपराधी उल्टा पुलिस पर गोली चला सकते हैं , तो फिर आम आदमी को तो डरने की ज़रुरत है.