TRAI चेयरमैन का आधार चैलेंज हुआ फेल, 12 अंको आधार नंबर देने के कुछ मिनट बाद ही लीक हुआ पर्सनल डाटा

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आधार कार्ड की सुरक्षा को लेकर कई बार सवाल उठते रहे हैं| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के अध्यक्ष आर. एस. शर्मा ने आधार की सुरक्षा का पुख्ता दावा करते हुए अपना 12 अंकों का आधार नंबर जारी करते हुए कहा था कि अगर इससे सुरक्षा से जुड़ा कोई खतरा है, तो कोई मेरे आंकड़े लीक करके दिखाए और उनकी इस चुनौती के कुछ घंटे बाद ही उनके आंकड़े लीक हो गए|

आपको बता दे कि इलियट एल्डरसन उपनाम वाले फ्रांस के एक सुरक्षा विशेषज्ञ का ट्विटर हैंडल @fs0c131y है उन्होंने ट्वीट्स की श्रृंखला में शर्मा के निजी जीवन के कई आंकड़े, उनके 12 अंकों की आधार संख्या के माध्यम से जुटाकर जारी कर दिए, जिनमें शर्मा का निजी पता, जन्मतिथि, वैकल्पिक फोन नंबर आदि शामिल हैं|

 

उन्होंने इन आंकड़ों को जारी करते हुए शर्मा को बताया कि आधार संख्या को सार्वजनिक करने के क्या खतरे हो सकते हैं| एल्डरसन ने लिखा, “आधार संख्या असुरक्षित है| लोग आपका निजी पता, वैकल्पिक फोन नंबर से लेकर काफी कुछ जान सकते हैं, मैं यही रुकता हूं| मैं उम्मीद करता हूं कि आप समझ गए होंगे कि अपना आधार संख्या सार्वजनिक करना एक अच्छा विचार नहीं है|

एंडरसन ने शर्मा को जबाव देते हुए कहा, ‘आपके आधार संख्या के साथ एक फोन नंबर जुड़ा है। यह नंबर आपके सचिव का है।’ एंडरसन ने शर्मा के निजी फोटो तक ढूंढ़ निकाले। उन्होंने पूछा, ‘मैं समझता हूं कि इस तस्वीर में आपकी पत्नी और बेटी हैं।’ एंडरसन आधार डेटा प्रणाली की सुरक्षा से जुड़ी खामियों का खुलासा करने के लिए जाने जाते हैं।

उन्होंने शर्मा से जुड़ी कई सारी जानकारियां और तस्वीरें प्रकाशित की, हालांकि उनमें कई संवेदनशील हिस्सों को ब्लर कर प्रकाशित किया, ताकि शर्मा की निजता को कोई नुकसान न हो| उनके द्वारा प्रकाशित तस्वीरों में शर्मा का पैन कार्ड भी शामिल था, हालांकि उसके नंबरों को एंडरसन ने ब्लर कर दिया था|

शर्मा, आधार परियोजना के सबसे बड़े समर्थकों में से माने जाते हैं| उनका अभी भी कहना है कि यह विशिष्ट संख्या किसी की निजता का उल्लंघन नहीं करता है तथा सरकार को इस तरह के डेटाबेस बनाने का अधिकार है, ताकि वह सरकारी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत नागरिकों को सब्सिडी दे सके| आधार को लेकर निजता की चिंता का मामला सर्वोच्च न्यायालय पहुंच चुका है और कार्यकर्ताओं से लेकर आम जनता तक को डर है कि उनका 12 अंकों का बायोमीट्रिक नंबर कहीं निजता के लिए हानिकारक तो नहीं है| शर्मा का कार्यकाल नौ अगस्त को समाप्त हो रहा है|

एक यूजर ने शर्मा का मोबाइल नंबर खोज निकालने का दावा किया, तो कई अन्य ने अपनी आधार पहचान सार्वजनिक करने के लिए उनको ट्रोल किया। एक अन्य यूजर ने आधार नंबर का दुरुपयोग करने पर कानूनी संरक्षण देने की बात कही। इस पर शर्मा ने कहा, आप करके दिखाओ। मैं वादा करता हूं, मैं आपके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करूंगा। यूआईडीएआई के महानिदेशक रहे शर्मा आधार कार्यक्रम के बड़े हिमायती रहे हैं। आधार को लेकर निजता की चिंता का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है।