आधार नंबर की सुरक्षा को लेकर चल रही बहस के बीच आधार अथॉरिटी के सामने एक और मामला सामने आ गया है| दरअसल कई लोगों के मोबाइल में अपने आप यूआईडीएआई के नाम से नंबर सेव हो रहा है| दरअसल मामला यह है कि ट्वीटर पर कई लोगो ने शिकायत की है की उनके फोन पर कांटेक्ट लिस्ट में यूआईडीएआई के नाम से एक टोल फ्री नंबर दिख रहा है| इनका दावा है कि इन्होंने कभी ये नंबर सेव किया ही नहीं था|
Our valid Toll free number is 1947 which is functional for more than the last two years. 4/5
— Aadhaar (@UIDAI) August 3, 2018
यूआइडीएआइ यानि आधार ने मीडिया में आ रही उस खबर पर स्पष्टीकरण दिया है, यूआइडीएआइ ने स्पष्ट किया है कि उसने किसी भी मोबाइल फोन निर्माता या सेवा प्रदाता से ऐसा कुछ करने को नहीं कहा है। यही नहीं यूआइडीएआइ ने तो जो टोलफ्री नंबर (1800-300-1947) यूजर्स के फोनबुक में सेव हो रहा है उसे अवैध बताया है। इसके साथ ही यूआइडीएआइ का कहना है यह किसी की शरारत है और वह आम लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा करना चाहता है। बताया गया कि यूआइडीएआइ का टोलफ्री नंबर 1947 है और यह 2 साल से ज्यादा समय से चालू है।
@UIDAI my contact list is updated with #uidai contact number , which I haven’t added 🤔🤔 #Aadhar 🤷🏼♂️🤷🏼♂️ pic.twitter.com/js6yJkXnJR
— AB (@anilkayalorath) August 3, 2018
हमने भी जब यूआईडीएआई के टोल फ्री नंबर 1947 में इस बारे में जानकारी लेनी चाही, तो उन्होंने भी ऐसा कोई नंबर होने की जानकारी से इनकार कर दिया| अब आम जनता को हैरान करने वाली बात यह है कि हजारो लोगो के फोन पे आटोमेटिक ये यूआईडीएआई का टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर (फर्जी) उनके कॉन्टेक्ट लिस्ट में नजर आया। उनके लिए यह यकीन करना मुश्किल है कि बिना उनके सेव किए यूआइडीएआइ का हेल्पलाइन नंबर उनकी कॉन्टेक्ट लिस्ट आया कैसे? इस सवाल ने एक बार फिर से आधार की मंशा पर सवाल उठा दिए थे। इसको लेकर ट्विटर पर कई यूजर्स ने कमेंट किए और UIDAI की मंशा पर भी सवाल खड़े कर दिए, जबकि बाद में पता चला कि यह नंबर फर्जी है।
Hi @UIDAI,
Many people, with different provider, with and without an #Aadhaar card, with and without the mAadhaar app installed, noticed that your phone number is predefined in their contact list by default and so without their knowledge. Can you explain why?
Regards,
— Elliot Alderson (@fs0c131y) August 2, 2018