Category: अन्य
ग़ज़ल : लाओ काग़ज़ क़लम अब वसीयत लिखें, अपने हर जुर्म की ख़ुद शहादत लिखें।
Jan 31, 2019
लाओ काग़ज़ क़लम अब वसीयत लिखें, अपने हर जुर्म की ख़ुद शहादत लिखें।...
आधी आबादी का वजूद —- एक पुरानी नज़्म
Jan 31, 2019
मेरा वजूद क्या है मुझे ख़ुद पता नहीं, जिस में दिखाई दूं मैं कोई...
ग़ज़ल : है कोई आँख जहाँ कायनात दिखती है , हसीन रंग में महकी हयात दिखती है
Jan 24, 2019
है कोई आँख जहाँ कायनात दिखती है, हसीन रंग में महकी ...
क़तआत : नाख़ुदा डूब गया कश्ती बचाएं कैसे
Jan 21, 2019
1- नाख़ुदा डूब गया कश्ती बचाएं कैसे, रस्मे उल्फ़त भला ऐसे ...
ग़ज़ल :- मेरे महबूब मेरे दिल को मोहब्बत दे दो
Jan 19, 2019
मेरे महबूब मेरे दिल को मोहब्बत दे दो, ग़ैरमुमकिन हो तो ...
15 जनवरी को मनाई जाएगी मकर संक्रांति
Jan 13, 2019
मकर संक्रांति को दक्षिण भारत में पोंगल के नाम से जाना जाता है ....
ग़ज़ल : आ जाओ तोड़ कर जंजीरें फिर चलते हैं गुलशन की तरफ़
Jan 09, 2019
आ जाओ तोड़ कर जंजीरें फिर चलते हैं गुलशन की तरफ़, आज़ाद फ़ज़ाओं ...
की कश्तियों पर पुल नहीं रुकते , की आस्था के समुद्र नहीं झुकते
Jan 08, 2019
की कश्तियों पर पुल नहीं रुकते की आस्था के समुंदर नहीं झुकते...
ग़ज़ल : चारों तरफ़ से आग की आंधी उठी हुई , वीराने ख़ाक हो चुके बस्ती जली हुई
Jan 08, 2019
चारों तरफ़ से आग की आंधी उठी हुई, वीराने ख़ाक हो चुके बस्ती जली हुई।...
विपता में उलझी जान हमारी, आ जाओ हे कृष्ण कन्हैया
Dec 27, 2018
विपता में उलझी जान हमारी, आ जाओ हे कृष्ण कन्हैया, राह तकत हैं ...